हम इस्लाम धमम के रूप में स्वीकार कयलहुँ, बिना ईसा मसीह (हनका पर शान्ति हो) वा ईश्वरक कोनो भी पैगम्बर पर अपन बवश्वास गमाए।

हम इस्लाम धमम के रूप में स्वीकार कयलहुँ, बिना ईसा मसीह (हनका पर शान्ति हो) वा ईश्वरक कोनो भी पैगम्बर पर अपन बवश्वास गमाए।