चौथा भंजक (रसूल सलल्लाृहु अलैहि वसल्ल)म की लाई हुई शरीअ़त की किसी चीज़ में घृणा रखना)

चौथा भंजक (रसूल सलल्लाृहु अलैहि वसल्ल)म की लाई हुई शरीअ़त की किसी चीज़ में घृणा रखना)