पृथ्वी पर सुख ही एकमात्र ऐसा लक्ष्य है जिसे सभी लोग पाना चाहते हैं। आस्तिक हो या नास्तिक दोनों खुश रहना चाहते हैं, लेकिन दोनों अलग-अलग तरीके अपनाते हैं।
हालांकि केवल आस्तिक ही वास्तविक ख़ुशी प्राप्त कर सकते हैं। सर्वशक्तिमान ईश्वर में दृढ़ विश्वास के बिना प्राप्त सभी ख़ुशी केवल भ्रम हैं।
ख़ुशी पाने के उपाय निम्नलिखित हैं:
1. जान लो कि यदि आप वर्तमान में नहीं रहोगे तो आपके विचार बिखर जाएंगे, आपके मामले उलझ जाएंगे और आपकी चिंता बढ़ जाएगी। इन वास्तविकताओं को निम्नलिखित हदीस में समझाया गया है:
"जब आप शाम में हों तो सुबह देखने की उम्मीद न करें, और जब आप सुबह में हों तो शाम देखने की उम्मीद न करें।" (सहीह अल बुखारी)
2. अतीत मे जो कुछ भी हुआ उसे भूल जाओ, वर्तमान पर ध्यान दो।
3. भविष्य को लेकर खुद को पूरी तरह से व्यस्त न रखें और फिर वर्तमान को छोड़ दे। जीवन में संतुलित रहो, सभी परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार रखो।
4. आलोचना से विचलित न हों; इसके बजाय दृढ़ रहो। ध्यान रखो आपकी योग्यता के अनुसार लोगों की आलोचना बढ़ती है। इसके अलावा आलोचना का उपयोग अपनी कमियों और गलतियों को खोजने में करो, और अपने आपको सुधारने में करो।
5. ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखो और अच्छे काम करो; इससे आपका जीवन अच्छा और सुखी बन सकता है।
6. यदि आप शांति, संतुष्टि और आराम चाहते हैं तो आप यह सब ईश्वर को स्मरण कर के पा सकते हैं।
7. आपको निश्चित रूप से पता होना चाहिए कि जो कुछ भी होता है वह ईश्वर के आदेश के अनुसार होता है।
8. किसी से भी कृतज्ञता की उम्मीद न करो।
9. खराब परिस्थितियों के लिए अपने आप को तैयार करो।
10. शायद जो हुआ है वह आपके अच्छे के लिए है, भले ही आपको समझ में न आए कि ऐसा क्यों हो रहा है।
11. विश्वास करने वालो के साथ जो कुछ भी होता है वह उसके अच्छे के लिये है।
12. ईश्वर के आशीर्वादों को देखो और उनके लिए आभारी रहो।
13. याद रखो कि आप कई अन्य लोगों से बेहतर हो।
14. आपको राहत हर घंटे मिलती है। दरअसल, हर मुश्किल के बाद राहत मिलती है।
15. कठिनाई और आराम दोनों समय में व्यक्ति को प्रार्थना करनी चाहिए, या तो धैर्यपूर्वक संतुष्ट होना चाहिए या आभारी होना चाहिए।
16. विपत्तियों से आपका हृदय मजबूत होना चाहिए और आपका दृष्टिकोण सकारात्मक तरीके से बदलना चाहिए।
17. तुच्छ बातों को अपने विनाश का कारण न बनने दो।
18. हमेशा याद रखो कि आपका ईश्वर अक्सर क्षमा करने वाला है।
19. आसान रवैया अपनाओ और क्रोध से बचो।
20. जीवन रोटी, पानी और आसरा है; इसलिए किसी अन्य भौतिक वस्तु की कमी से परेशान न हों।
"और आकाश में तुम्हारी जीविका है तथा जिसका तुम्हें वचन दिया जा रहा है।।" (क़ुरआन 51:22)
21. एक भयानक बुराई प्रतीत होता है होगा, आमतौर पर कभी नहीं होती है।
22. उन लोगों को देखो जिनके कष्ट अधिक हैं और आभारी रहो कि आपके पास कम है।
23. इस बात को ध्यान में रखो कि ईश्वर उन लोगों से प्यार करता है जो परीक्षाओं को दृढ़ता से सहन करते हैं, इसलिए वैसा बनो।
24. मुश्किल समय में उन प्रार्थनाओं को लगातार दोहराओ जो पैगंबर (ईश्वर की दया और कृपा उन पर बनी रहे) ने हमें सिखाया है।
25. किसी ऐसी चीज पर कड़ी मेहनत करो जो लाभदायक हो, और आलस को दूर करो।
26. अफवाहें न फैलाओ और उन पर ध्यान न दो। अगर आप अनजाने में कोई अफवाह सुनते हो, तो उस पर विश्वास न करो।
27. जान लो कि आपका द्वेष और बदला लेने की भावना आपके विरोधी की तुलना में आपके स्वास्थ्य के लिए कहीं अधिक हानिकारक है।
28. यदि आप धैर्य से सहन करते हो तो आपके ऊपर आने वाली कठिनाइयां आपके पापों का प्रायश्चित करती हैं।